रास्ता मैं बतलाता हूँ - Hindi Poem By Ashish Awasthi Posted By: RAZI(shayari) May 16, 2017 Leave a Reply राहों के पत्थर देखे इतनेके अब नहीं संभल पाता हूँअपने पीछे चलते चलतेखुद से दूर निकल जाता हूँअब तो कोई रोक लो आकेमैं लीक तोड़ कर जाता हूँफिर न कहना, के कहा नहीं ?सब पहले से बतलाता हूँझूमो तुम सब मैखाने जाकरआओ ,रास्ता मैं बतलाता हूँ।। Tweet Share Share Share Share
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